बिहार, भारत का उत्तरी प्रांत है जो दक्षिण और पूर्वी भारत के बीच फैला हुआ है। यह प्राचीन ऐतिहासिक सभ्यताओं की भूमि है जहाँ से बहुत से महान व्यक्तित्वों ने उत्पन्न हुए। बिहार भूमि में महावीर स्वामी, चाणक्य, गौतम बुद्ध, शेरशाह सूरी, जयप्रकाश नारायण, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद आदि विख्यात व्यक्तित्वों का जन्म हुआ था।
बिहार अपनी रचनात्मकता, संस्कृति, भाषा, वास्तुकला और जीवनशैली के लिए जाना जाता है। यह देश में सबसे अधिक लोगों की आबादी वाला राज्य है। यहाँ के लोग सभी धर्मों और जातियों से समृद्ध हैं। बिहार देश के लिए एक महत्वपूर्ण राज्य है जो अपनी संस्कृति और विरासत को सबसे अधिक मानता है।
बिहार दिवस क्यों मनाया जाता है?
बिहार दिवस भारत के राज्य बिहार के गठन के अवसर पर मनाया जाता है। बिहार दिवस 22 मार्च को मनाया जाता है, यह तिथि बिहार के गठन के दिन के रूप में चयनित की गई है। 22 मार्च, 1912 को, ब्रिटिश भारत के तत्कालीन वाइसराय चार्ल्स हार्डिंग ने बिहार को एक अलग राज्य के रूप में घोषित किया था। इस दिन के उत्सव के माध्यम से, बिहार की स्थापना को याद करते हुए उनकी स्मृति को समर्पित किया जाता है।

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